हारे का सहारा बाबा श्याम जी :
हारे का सहारा बाबा श्याम जी – नीले घोड़े के सवार बाबा खाटू श्याम जी को हारे का सहारा, लखदातार, शीश की दानी, खाटू श्याम जी आदि नामों से जाना जाता है। माना जाता है कि नियमित रूप से खाटू श्याम जी की पूजा और आरती करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं। ( हारे का सहारा बाबा श्याम जी )
कलियुग में श्रीकृष्ण के अवतार के रूप में पूजे जाने वाले बाबा खाटू श्याम जी को सबसे बड़ा दानवीर कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अपना शीश दान किया था। धार्मिक मान्यता है कि खाटू श्याम जी का नाम बर्बरीक था और वे बहुत ही वीर योद्धा थे। उन्हें दुर्गा माता से विजय का वरदान प्राप्त था। अपने प्राणों की परवाह किए बिना अपना सिर काटने वाले बर्बरीक से प्रसन्न होकर श्री कृष्ण जी ने उसे वरदान दिया था कि वह कलयुग में श्याम नाम से प्रसिद्ध होगा।
कलयुग में जो भी उनका नाम लेगा, उसके सारे संकट दूर हो जाएंगे। नीले घोड़े के सवार बाबा खाटू श्याम जी को हारे का सहारा, लखदातार, शीश की दानी, खाटू श्याम जी आदि नामों से जाना जाता है। माना जाता है कि नियमित रूप से खाटू श्याम जी की पूजा और आरती करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं। देशी। यहां हम खाटू श्याम जी की आरती के बोल लेकर आए हैं, जिसके जरिए आप इसे पूजा के दौरान पढ़ सकते हैं… (हारे का सहारा बाबा श्याम जी)