आज का पंचांग 2024
आज का पंचांग 2024 : आज बरुथिनी एकादशी और शनिवार का व्रत है. आज वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि, पूर्व भाद्रपद नक्षत्र, इन्द्र योग, बव करण, पूर्व का दिशाशूल और दिन शनिवार है. इस दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है, जबकि पूरे दिन पंचक है. त्रिपुष्कर योग में आप जो भी शुभ कार्य करेंगे, उसका तीन गुना फल आपको प्राप्त होगा. बरुथिनी एकादशी के दिन व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु के वराह स्वरूप की पूजा करते हैं. पूजा में राजा मांधाता की कथा सुनते हैं, जिसमें बताया गया है कि कैसे उनको भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त हुई. बरुथिनी एकादशी का व्रत करने से पुण्य की प्राप्ति होगी और पाप मिटेंगे, विष्णु कृपा से मोक्ष भी मिल जाता है.
शनिवार के दिन कर्मफलदाता शनि देव की पूजा:आज का पंचांग 2024
बरुथिनी एकादशी के साथ शनिवार व्रत भी है. शनिवार के दिन कर्मफलदाता शनि देव की पूजा करते हैं. जिन पर साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव होता है, उनको शनिवार व्रत और शनि पूजा जरूर करनी चाहिए. शनि देव को काले या नीले वस्त्र, काले तिल, सरसों का तेल, शमी के पत्ते आदि चढ़ाने चाहिए. शनिवार को शमी के पेड़ की पूजा करने, जल चढ़ाने और शाम को दीप जलाने से शनि महाराज प्रसन्न होते हैं. शनि दोष से मुक्ति के लिए आप गरीबों की मदद करें, उनको कंबल, भोजन, वस्त्र, लोहे के बर्तन आदि का दान करें. जल्द ही लाभ होता दिखाई देगा. पंचांग से जानते हैं बरुथिनी एकादशी के दिन का शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त, राहुकाल, पंचक, दिशाशूल आदि.
वरुथिनी एकादशी 2024 योग और पारण समय:आज का पंचांग 2024
त्रिपुष्कर योग: 08:38 पीएम से 10:07 पीएम
पूजा मुहूर्त: 07:18 एएम से 08:58 एएम तक
व्रत पारण समय: कल, रविवार, 05:37 एएम से 08:17 एएम के बीच
अशुभ समय
राहुकाल- 08:58 एएम से 10:38 एएम
गुलिक काल- 05:38 एएम से 07:18 एएम
दिशाशूल- पूर्व
पंचक- पूरे दिन
आध्यात्मिक महत्व के लिए पूजनीय दिन
आज बरुथिनी एकादशी का शुभ अवसर है, जो हिंदू कैलेंडर में अपने आध्यात्मिक महत्व के लिए पूजनीय दिन है। भक्त आशीर्वाद पाने और अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए कठोर उपवास रखते हैं और प्रार्थना में संलग्न होते हैं। ऐसा माना जाता है कि भक्तिपूर्वक एकादशी का पालन करने से आत्मा शुद्ध हो सकती है और व्यक्ति परमात्मा के करीब आ सकता है।
त्रिपुष्कर योग
इसके अलावा, आज शुभ त्रिपुष्कर योग है, एक दिव्य संयोजन जो सकारात्मक गतिविधियों में संलग्न लोगों को समृद्धि, सफलता और शुभता प्रदान करने वाला माना जाता है। यह नए उद्यम शुरू करने, प्रयासों के लिए आशीर्वाद मांगने और रिश्तों में सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल समय है।
पूरे दिन पंचक:आज का पंचांग 2024
पूरा दिन पंचक द्वारा शासित होता है, लगभग पांच दिनों की अवधि जिसे कुछ गतिविधियों जैसे विवाह समारोह, गृह निर्माण और नई परियोजनाओं की शुरुआत के लिए अशुभ माना जाता है। संभावित नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए इस अवधि के दौरान महत्वपूर्ण प्रयास करने से बचने की सलाह दी जाती है।
जानें नक्षत्र, राहुकाल, दिशाशूल
ज्योतिषीय समय जैसे मुहूर्त, राहुकाल और दिशा शूल विभिन्न गतिविधियों की शुभता निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन समयों का पालन करके, व्यक्ति अपने कार्यों को अनुकूल ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं के साथ संरेखित कर सकते हैं और अपने प्रयासों में सफलता और समृद्धि की संभावना बढ़ा सकते हैं।
अनुष्ठानों
अंत में, आज का पंचांग आध्यात्मिक अनुष्ठानों, खगोलीय संरेखण और ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि का मिश्रण प्रदान करता है, जो भक्तों को परमात्मा के साथ अपने संबंध को गहरा करने, अपने प्रयासों के लिए आशीर्वाद मांगने और ज्ञान और अनुग्रह के साथ जीवन की यात्रा को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।
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