चांदी का छल्ला धारण : हर शौक होंगे पूरे, मिलेगी रॉयल लाइफ, जानें पहनने की विधि और सही दिन

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चांदी का छल्ला धारण : जानें पहनने की विधि और सही दिन

चांदी का छल्ला धारण : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति को संतुलित करने और उनके सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के रत्नों और धातुओं  उपयोग किया जाता है। इनमें से एक प्रमुख धातु है चांदी, जिसे चंद्रमा और शुक्र ग्रह से संबंधित माना गया है। ज्योतिष के अनुसार, सही ढंग से धारण करने से व्यक्ति को मानसिक शांति, वित्तीय स्थिरता और शारीरिक स्वास्थ्य के कई लाभ मिलते हैं। छल्ला पहनने से क्या-क्या लाभ होते हैं, इसे पहनने की सही विधि क्या है और कौन सा दिन सबसे शुभ होता है।

पहनने का ज्योतिषीय महत्व

ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा से संबंधित माना गया है। चंद्रमा मन, भावनाओं और मानसिक संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है और सकारात्मक ऊर्जा नहीं दे रहा है, तो ऐसे में चंद्रमा की स्थिति को मजबूत करने की आवश्यकता होती है। इसके लिए चांदी के छल्ले को हाथ के अंगूठे में पहनने की सलाह दी जाती है।  केवल चंद्रमा बल्कि शुक्र ग्रह से भी जुड़ी हुई है, जो प्रेम, सौंदर्य और विलासिता का प्रतिनिधित्व करता है। इस प्रकार, धारण करने से व्यक्ति को चंद्रमा और शुक्र दोनों ग्रहों का सकारात्मक प्रभाव प्राप्त होता है।

चांदी का छल्ला धारण

पहनने से मानसिक शांति : चांदी का छल्ला धारण

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अंगूठे में चांदी का छल्ला पहनने से व्यक्ति को मानसिक शांति और स्थिरता प्राप्त होती है। यह मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और तनाव और चिंता को कम करता है। आयुर्वेद के अनुसार, चांदी में जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं। चांदी पहनने से व्यक्ति का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है।

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वित्तीय स्थिति और समृद्धि में सुधार

ज्योतिष के अनुसार, चांदी का छल्ला पहनने से वित्तीय स्थिति सुधरती है और जीवन में समृद्धि आती है।  छल्ला धारण करने से व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि होती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव दिखाई देते हैं। इसके अलावा, यह रिश्तों में सुधार लाने में भी मदद करता है। चांदी का छल्ला धारण करने से व्यक्ति को प्रेम और सौहार्दपूर्ण संबंधों का अनुभव होता है।

छल्ला पहनने के स्वास्थ्य लाभ

चांदी के छल्ले को पहनने के स्वास्थ्य लाभ भी काफी महत्वपूर्ण हैं। आयुर्वेद के अनुसार, चांदी में रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं। इसके अलावा, चांदी का उपयोग शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में भी होता है। चांदी पहनने से व्यक्ति को त्वचा की समस्याओं से राहत मिलती है और यह हृदय को भी स्वस्थ बनाए रखता है। चांदी का छल्ला धारण करने से रक्त संचार में सुधार होता है और यह शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है।

चांदी का छल्ला धारण

 

सही तरीका : चांदी का छल्ला धारण

चांदी का छल्ला धारण करते समय कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है।  धारण करने से पहले शुभ दिन का चुनाव करना बहुत महत्वपूर्ण है। ज्योतिष शास्त्र में  छल्ला पहनने के लिए सोमवार का दिन सबसे शुभ माना गया है। कुंडली में शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए शुक्रवार का दिन भी उपयुक्त होता है। अंगूठे में चांदी का छल्ला धारण करने का सही समय सूर्योदय के बाद और दोपहर से पहले का माना गया है। इन नियमों का पालन करने से व्यक्ति को चांदी के छल्ले का संपूर्ण लाभ प्राप्त होता है।

पहनने से पहले की तैयारी

पहनने से पहले उसकी शुद्धि और शुद्धिकरण प्रक्रिया भी महत्वपूर्ण होती है।  पहनने से पहले उसे दूध, गंगा जल और शुद्ध पानी में स्नान कराना चाहिए। इसके बाद, किसी पवित्र स्थान पर बैठकर इसे धूप और दीप दिखाकर पवित्र करना चाहिए। पंडित आलोक पाण्ड्या के अनुसार, चांदी का छल्ला धारण करते समय ऊं सों सोमाय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए, जिससे चंद्रमा और शुक्र का आशीर्वाद प्राप्त हो सके।

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 सावधानियां : चांदी का छल्ला धारण

पहनते समय कुछ सावधानियों का भी पालन करना आवश्यक है। शनिवार को धारण नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह दिन शनिदेव का होता है और शनिदेव विशेष संबंध नहीं होता। इसके अलावा, चांदी का छल्ला पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह व्यक्ति की कुंडली के लिए उपयुक्त है या नहीं। पंडित आलोक पाण्ड्या के अनुसार, धारण करने से पहले यह देखना चाहिए कि इसका वजन और आकार सही हो, ताकि यह पहनने में आरामदायक हो और इसका अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके।

चांदी का छल्ला धारण

 

आचार्य पंडित आलोक पाण्ड्या की सलाह

दिल्ली निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित आलोक पाण्ड्या के अनुसार, व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक लाभ प्राप्त होते हैं। इसके साथ ही व्यक्ति को जीवन में समृद्धि, सफलता और सुख-समृद्धि का अनुभव होता है। इसलिए, पहनते समय सही दिन, समय और विधि  पालन करना चाहिए। इससे व्यक्ति को अधिकतम लाभ मिलते हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। पंडित आलोक पाण्ड्या की सलाह है कि चांदी का छल्ला धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य करना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह आपके लिए सही है या नहीं।

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चांदी का छल्ला और रॉयल लाइफ

व्यक्ति को रॉयल लाइफ का अनुभव होता है। सकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य और विलासिता को बढ़ावा देती है। यह व्यक्ति की सामाजिक प्रतिष्ठा को बढ़ाती है और उसे सम्मानित जीवन जीने में मदद करती है। व्यक्ति को उसकी मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक जरूरतों की पूर्ति होती है और वह आत्मविश्वास से भर जाता है।

पहनने के अन्य लाभ

चांदी का छल्ला पहनने से व्यक्ति को न केवल मानसिक शांति और वित्तीय स्थिरता मिलती है, बल्कि यह आध्यात्मिक लाभ भी प्रदान करता है। यह व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास में मदद करता है और उसे जीवन के गूढ़ रहस्यों को समझने में सहायता करता है। चांदी का छल्ला पहनने से व्यक्ति की एकाग्रता और ध्यान क्षमता में वृद्धि होती है, जिससे वह अपने लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकता है।

चांदी का छल्ला धारण

 

निष्कर्ष : चांदी का छल्ला धारण

धारण करने से व्यक्ति को अनेक लाभ मिलते हैं, जिनमें मानसिक शांति, वित्तीय स्थिरता, शारीरिक स्वास्थ्य और सामाजिक प्रतिष्ठा शामिल हैं। यह व्यक्ति को रॉयल लाइफ अनुभव कराता है और उसकी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाता है। हालांकि, पहनते समय सही विधि, समय और दिन  पालन करना आवश्यक होता है। इसके अलावा, किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करना भी महत्वपूर्ण होता है, ताकि सही तरीके और इसके लाभों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके। इस प्रकार,  व्यक्ति को जीवन में सकारात्मकता और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

 

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