तंत्र-मंत्र या प्रेत बाधा:मेडिकल रिपोर्ट सही फिर भी नहीं मिल रहा संतान सुख, लक्षण

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तंत्र-मंत्र या प्रेत बाधा

तंत्र-मंत्र या प्रेत बाधा:हम भगवान के पास अपनी इच्‍छाओं की पूर्ती के ल‍िए कामना करते हैं, उनकी पूजा करते हैं. पर कई लोग ऐसे होते हैं, जो अपने ल‍िए नहीं बल्‍कि दूसरे से सुख या समृद्ध‍ि से ईर्ष्‍शा रखते हैं. ऐसे ही लोग तंत्र-मंत्र का बुरी भावना से प्रयोग करते हैं.  वहीं इसके उलट द‍िव्‍य भाव है, तंत्र से स्वयं को समझना, समाज को समझना, प्रकृति को समझना, ईश्वर कोसमझना, परम शिव को समझना, अपना कल्याण करना, समाज का कल्याण करना तथा मोक्ष की प्राप्ति करना है. आइए समझते हैं कि तंत्र-मंत्र क्‍या है और इसके लक्षण कैसे पहचाने जा सकते हैं.

अपना लक्ष्‍य

तंत्र-मंत्र के बारे में कई ग्रंथों में ल‍िखा गया है और सब का अपना-अपना लक्ष्‍य होता है. किसी का लक्ष्य मोक्ष है, तो किसी का राजपाट है, किसी का आसक्‍ति है, किसी का अपनी इच्छाओं को पूरा करना है. मारण मोहन, विद्वेषण, स्तंभन, उच्चाटन और वशीकरण सब तंत्र के भीतर ही आता है.  आज के समय में अपनी गति का चिंतन ना करते हुए, अपने शत्रुओं पर अनेक तंत्र के प्रयोग करते हैं. कुछ व्यक्ति धन के लालच में आकर भी तंत्र का प्रयोग करते हैं. लेकिन याद रखिए ऐसी भावना से जो भी व्‍यक्‍ति कुछ करता है, उसे इसका फल भुगतना पड़ता है क्‍योंकि आपको अपने कर्मों का फल भोजना ही होगा.

तंत्र-मंत्र या प्रेत बाधा

काला-जादू

आइए आपको बताते हैं कि यदि क‍िसी व्‍यक्‍ति पर, क‍िसी परिवार पर या क‍िसी बिजनेस पर अभिचार कर्म, जादू-टोना, ब्लैक मैजिक या पशु भाव से तंत्र कर रखा है तो उसे कैसे पहचानें. अगर आपके आसपास ऐसी घटनाएं घट रही हैं, ज‍िनका कोई मजबूत या स्‍थाई कारण नहीं है, ब‍िना क‍िसी वजह से हो रही हैं तो समझ लीज‍िए कि न‍िश्‍चित तौर पर आपके परिवार या आपके ऊपर या कामकाज पर तंत्र, काला-जादू किया गया है. बताते हैं इसके लक्षण क्‍या हैं.

स्‍वस्‍थ्‍य

अगर कोई व्‍यक्‍ति ब‍िलकुल स्‍वस्‍थ्‍य है और अचानक उसकी सेहत 2 ही द‍िन में बहुत ब‍िगड़ने लगे. वो सोच भी नहीं पाता है, जो काम वह करने की सोच चुका है पर वो काम कर नहीं पा रहा है. खुद को बंधा हुआ महसूस करते हैं, शरीर अकड़ा हुआ है. हाथ-पैर स‍िकुड़ जाते हैं, हाथों में, तलवों में बहुत दर्द होता है. उसे लगे कि उसका पैर और हाथ जकड़ रखा है, उसका सर भी जकड़ रखा है तो समझ लें कि इस व्‍यक्‍ति के ऊपर स्‍तंभन क्र‍िया की गई है, उसे बांधा गया है ताकि वह जीवन में कोई काम न कर पाए

तंत्र-मंत्र या प्रेत बाधा

अचानक

अगर क‍िसी व्‍यक्‍ति को लगे कि उसका स‍िर अचानक गर्म रहने लग गया है. उसके तालु अचानक झनझनाने लगा है. उसकी गर्दन पीछे से अकड़ी हुर्ह है. बार-बार सरवाइकल हो रहा है, एक्‍सरसाइज के बाद भी आपकी गर्दन की अकड़न नहीं जा रही है. तो समझ लीजि‍ए कि ऐसे व्‍यक्‍ति को स्‍तंभन कार्य कर के बांधा गया है.

उच्‍चाटन तंत्र

अगर क‍िसी व्‍यक्‍ति की बात करते हुए बार-बार जीभ कट रही है. उसके मुंह से खून आ रहा है. ब‍िना क‍िसी वजह से उसके दांत में दर्द हो रहा है. अचानक मुंह में जख्‍म होने लगें तो समझ लीज‍िए कि उसकी वाणी को बांधा गया है. अगर क‍िसी व्‍यक्‍ति की सरकारी नौकरी लगी हो और कुछ ही महीनों में उसका मन नौकरी छोड़ने का करने लगे या उसका मन न लगे या उसका बार-बार ट्रांसफर हो रहा हो तो समझ लीज‍िए कि उसके ऊपर उच्‍चाटन तंत्र क‍िया गया है.

तंत्र बाधा

इस तरह की तंत्र बाधा वो लोग करते हैं जो आपकी खुशी नहीं देख पाते या जो आपसे जलन रखते हैं. ऐसे ही अगल आपका चलता हुआ व्‍यापार हो और अचानक आपका मन करे कि मैं उसे छोड़ दूं कुछ और करूं तो समझ लीज‍िए कि उच्‍चाटन तंत्र क‍िया गया है. इसके अलावा अगर नौकरी, धन, संपत्ति सबकुछ होते हुए भी शादी के र‍िश्‍ते न हो रहे हों. तो ये आपका लग्‍न बंधा हुआ है

तंत्र-मंत्र या प्रेत बाधा

पशु तंत्र

अगर पति-पत्‍नी की टेस्‍ट र‍िपोर्ट सही आती है और उसके बाद भी कंसीव नहीं कर पा रही हैं, तो समझ लीज‍िए कि स्‍त्री की कोख को या पुरुष के ल‍िंग को तंत्र से बांध द‍िया गया है. एस्‍ट्रोगुरू मृगेंद्र चौधरी बताते हैं कि ये ऐसे आम लक्षण हम आपको बता रहे हैं जो होती हैं और लोग ऐसा पशु तंत्र दूसरों पर कराते हैं.

 5 लक्षण

1. अविश्वास: संतान सुख की समस्या के सामने अधिकांश लोग अपने आप को निराशाजनक और निराशा की भावना से घिर जाते हैं।

2. मानसिक तनाव: लंबे समय तक संतान की प्राप्ति में असफलता का सामना करने से व्यक्ति मानसिक तनाव में पड़ सकता है।

3. सामाजिक दबाव: समाज में संतान की अभाव के कारण व्यक्ति को सामाजिक दबाव महसूस हो सकता है, जो उनके मन को और भी अधिक तनावपूर्ण बना सकता है।

4. पारिवारिक तनाव: संतान के अभाव के कारण पारिवारिक संबंधों में तनाव बढ़ सकता है, जो व्यक्ति के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

5. व्यक्तिगत दुःख: संतान सुख की समस्या का सामना करने वाले व्यक्ति को व्यक्तिगत दुःख का सामना करना पड़ सकता है, जो उनके जीवन में अधिक तनाव और दुख ला सकता है।

इन लक्षणों के मध्यम से, व्यक्ति को संतान सुख की समस्या का सामना करते हुए अपनी स्थिति को समझने में मदद मिल सकती है और सही सलाह की खोज में आगे बढ़ सकता है।

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