नवरात्रि में व्रत या उपवास :चैत्र नवरात्रि में आप भी रख रहे हैं 9 दिन का व्रत…इन बातों का जरूर रखें

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नवरात्रि में व्रत या उपवास :

नवरात्रि में व्रत या उपवास :हिंदू धर्म में नवरात्रि का खास महत्व माना जाता है. नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है और 17 अप्रैल को नवरात्रि का समापन होना है. 9 दिनों तक माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा पूरे विधि विधान के साथ की जाएगी. नवरात्रि में व्रत या उपवास का भी खास महत्व होता है. नवरात्रि की पूजा व्रत रखकर ही की जाती है. इससे माता दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्त को मनचाहे फल की प्राप्ति मिलती है, लेकिन नवरात्र के दौरान व्रत किस विधि से रखना चाहिए आइए जानते हैं देवघर के ज्योतिष आचार्य जी से.

माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा

देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि नवरात्रि में माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा पूरे विधि विधान के साथ की जाती है. इसमें व्रत की भी प्रधानता मानी जाती है, क्योंकि पूजा में नियम से रहना ही व्रत माना जाता है. देवी देवताओं की पूजा करने से पहले आपको उनके अनुसार रहना पड़ता है, जिससे देवी देवता प्रसन्न होते हैं और भक्त की जो भी मनोकामना है वह जरूर पूर्ण करते हैं. व्रत में इतनी ताकत होती है जो मनुष्य को मोक्ष की ओर ले जाती है. व्रत दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों तापों से मनुष्य को बचाता है. इसलिए पूजा के दौरान व्रत रखना अति आवश्यक हो जाता है.

माता दुर्गा

 

नवरात्री में इस विधि से रखें व्रत

नवरात्रि में 9 दिनों तक कई प्रकार के व्रत रखते हैं. कोई निर्जला व्रत रखते हैं तो कोई फलहार व्रत रखते हैं. भक्त फलहार और दूध का सेवन कर व्रत रखकर माता दुर्गा की पूजा आराधना कर सकता है. नवरात्रि में निराहार व्रत रखना आवश्यक नहीं होता है. हां जो पहली बार नवरात्र में व्रत रखकर माता दुर्गा की पूजा आराधना कर रहे हैं वह अष्टमी तिथि के दिन रख सकते हैं. सभी दिनों में अष्टमी तिथि सबसे शुभ मानी जाती है, इसलिए इस दिन निराहार व्रत रखकर माता दुर्गा की पूजा आराधना कर सकते हैं. इससे माता दुर्गा कृपा से वक्त का कल्याण जरूर होगा.

इन बातों का रखें ख्याल

इसके अलावा अपने मन से क्रोध निकाल कर व्रत धारण करें. व्रत के दौरान झूठ नहीं बोलें. इससे व्रत का विपरीत असर हो सकता है. व्रत के दौरान भूलकर भी किसी व्यक्ति का अनादर नहीं करें. इससे देवी मां आपसे गुस्सा हो सकती हैं. व्रत के दौरान सभी के प्रति अच्छी भावना रखें.

१. प्रारंभिक तैयारी: नवरात्रि के व्रत की शुरुआत से ही उपवास की सही तैयारी करें। सही आहार, पानी, और उपयुक्त विश्राम का ध्यान रखें।

२. सात्विक आहार: व्रत के दौरान सात्विक आहार का सेवन करें। फल, सब्जियां, दूध, दही, मखाने, और सिंघाड़े के आटे का उपयोग करें।


माता दुर्गा

३. उपासना और ध्यान: नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा, उपासना, और ध्यान करने में समय बिताएं। इससे मानसिक शांति और आत्मा का परिशुद्धि होती है।

४. रोज़ाना का व्रत: नवरात्रि के नौ दिनों के अलावा रोज़ाना के भी व्रत रखें। यह संयम और तप को बढ़ाता है।

५. मां दुर्गा के भजन: नवरात्रि के अवसर पर मां दुर्गा के भजन गाएं और मंत्र जाप करें। यह आत्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है और दिव्य अनुभव प्राप्त कराता है।

६. अपने स्वास्थ्य का ध्यान: व्रत के दौरान अपने स्वास्थ्य का भी खास ध्यान रखें। विशेषकर पानी की सही मात्रा, नींद, और व्यायाम का ध्यान रखें।

नवरात्रि के ये उपाय आपके व्रत को सफल और पूर्ण बनाएंगे। इन्हें अपनाकर आप मां दुर्गा के आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं।

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