पसीना वाले हनुमान मंदिर: 125 फीट लंबी पूंछ को देखने दूर-दूर से आते हैं लोग

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पसीना वाले हनुमान मंदिर

पसीना वाले हनुमान मंदिर :फिरोजाबाद के गली मुहल्ले में काफी पुराना इतिहास समाया हुआ है. यहां के आस-पास भी काफी चमत्कारी मंदिर और प्रतिमाएं हैं. वहीं अगर हम बात करें हजारों वर्ष पुराने हनुमान जी के मंदिर के बारे में तो यह मंदिर बेहद चमत्कारिक माना जाता है. इस मंदिर में विराजमान हनुमान जी की प्रतिमा अपने आप में अनोखी है. इस प्रतिमा से हर समय पसीना निकलता है और इस मंदिर को पसीना वाले हनुमान जी के मंदिर के नाम से जाना जाता है. यहां हर साल तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. जिसमें विभिन्न झांकियां और हनुमान जी की लंबी पूंछ की झांकी भी निकाली जाती है.

चिंताहरण मारुतिनंदन पसीना वाले हनुमान बाबा

फिरोजाबाद के प्राचीन चिंताहरण मारुतिनंदन पसीना वाले हनुमान बाबा समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार कुलश्रेष्ठ ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि यमुना किनारे बना पसीना वाले हनुमान बाबा का यह मंदिर बेहद चमत्कारिक है. यहां भक्तों को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. वहीं उन्होने कहा कि यहां हर साल जन्मोत्सव पर तीन दिवसीय भव्य मेले का आयोजन किया जाता है. इस बार भी 23 अप्रैल को शाम से शुरू होकर ये मेला 25 अप्रैल शाम तक चलेगा.इस दौरान मंदिर पर विभिन्न झांकियां निकाली जाएगी.

पसीना वाले हनुमान मंदिर 

दूर-दूर से दर्शन के लिए आते हैं भक्त

उन्होने कहा कि इस झांकी की खास बात यह है कि इसमें 125 फीट लंबी पूंछ की झांकी निकाली जाती है. पूरे उत्तर भारत में यह अकेला ऐसा मंदिर है जहां इस तरह की झांकी निकाली जाती है,जिसे लोग अपने कंधों पर रखकर ले जाते हैं. इसके साथ ही हनुमान जी का यह मंदिर बेहद चमत्कारिक है यहां मूर्ति पर चढने वाले चोला से हर समय पसीना निकलता रहता है. इसलिए इसे पसीना वाले हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है.

नौकरी,व्यापार और स्वास्थ में मिलती है राहत

अनिल कुलश्रेष्ठ ने कहा कि पसीना वाले हनुमान बाबा का य़ह मंदिर चमत्कारों से भरा हुआ है,यहां आने वाले भक्तों के सभी कष्ट कट जाते हैं. उनका खुद का व्यापार घाटे में चल रहा था लेकिन तभी उनके एक दोस्त ने उन्हे इस मंदिर के चमत्कारों के बारे में बाताया और उन्होने यहां आना शुरु किया जिसके बाद उन्हे व्यापार में लाखों रुपए का लाभ हुआ. इसके अलावा कई और ऐसे लोग हैं
पसीना वाले हनुमान मंदिर

 

हनुमान बाबा का ध्यान

 इस पर आकर बताते हैं कि उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया लेकिन उन्होने हनुमान बाबा का ध्यान किया तो उनकी जान बच गई और वह एक दम स्वस्थ हैं. वहीं हर मंगलवार को इस पर मंदिर पर आरती होती है और केवल फिरोजाबाद से ही नही बल्कि दिल्ली,आगरा,ग्वालियर तक के लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं.

गुजरात के एक प्रमुख धार्मिक स्थल

हर साल की तरह, यहाँ पसीना वाले हनुमान मंदिर में एक बड़ा मेला लगा। यह मंदिर, जो गुजरात के एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, अपनी अद्वितीय और प्राचीन संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। मेले के समय, यहाँ के चारों ओर उल्लास की लहरें फैल जाती हैं।मेले के इस महोत्सव में, जनता दूर-दूर से आती है। एक विशेष बात इस मेले में वह है कि लोग मंदिर के 125 फीट लंबी पूंछ को देखने के लिए दूर-दूर से आते हैं। यह विशालकाय पूंछ अनेक दर्शनीयताओं में से एक है जो इस मंदिर को और भी आकर्षक बनाता है।

पसीना वाले हनुमान मंदिर

 

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व जीवन्त और रंगीन माहौल

इस मेले में, लोग न केवल धार्मिक आदर्शों को मानते हैं, बल्कि यहाँ पर स्थानीय कला, सांस्कृतिक गतिविधियों, और विविध खाद्य-विकल्पों का भी आनंद लेते हैं।मेले का माहौल जीवन्त और रंगीन होता है। यहाँ विभिन्न गीतों की धुनें, रंग-बिरंगे कपड़े, और मिठाईयों की खुशबू सभी को खींचती है।

समाजिक एकता का प्रतीक

इस मेले में समाज की विभिन्न वर्गों और समुदायों के लोग एकत्र होते हैं। यहाँ उनका आपसी मेलजोल और साझा धार्मिक अनुभव देखने को मिलता है, जो समाज में एकता और सहयोग का प्रतीक है।

निष्काम सेवा का केंद्र

इस मेले में, निष्काम सेवा का भाव प्रमुख होता है। स्थानीय लोग और संगठन अपना समय और ऊर्जा देश की सेवा में निवेश करते हैं। इस रूप में, मेला न केवल मनोरंजन का केंद्र है, बल्कि सामाजिक उत्थान और सेवा का भी प्रमुख उदाहरण है।

 

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