मई में कब है पंचक: बेहद खतरनाक है इस बार प्रभाव

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मई में कब है पंचक

मई में कब है पंचक: हिंदू धर्म के अनुसार, हर महीने के 5 दिन ऐसे होते हैं, जिसे अशुभ माना जाता है. इन्हें पंचक कहा जाता है. इसमें किसी भी शुभ कार्य की मनाही होती है. लेकिन, मई का पंचक बेहद खतरनाक होने वाला है. इस पंचक में दो व्रत और त्योहार भी हैं, लेकिन पंचक में पूजा-पाठ की मनाही नहीं मानी गई है. देवघर के ज्योतिषी ने मई में पड़ने वाले पंचक को लेकर कुछ जरूरी बातें साझा की हैं.

पंचक की शुरुआत

अगले महीने पंचक की शुरुआत 2 मई दोपहर 2 बजकर 58 मिनट से होने जा रही है, जो 6 मई तक रहेगा. अगर आपको कोई शुभ कार्य करना है तो इन पांच दिनों में कोई प्लान न बनाएं. ऐसा करने पर परिणाम नकारात्मक हो सकता है. आगे बताया कि इस बार अग्नि पंचक है. इस पंचक में आग लगने की संभावनाएं अधिक रहती हैं, इसलिए 5 दिनों में सतर्क रहें.

पांच प्रकार के होते हैं पंचक

सोमवार को शुरू होने वाले पंचक को राज पंचक कहते हैं. मंगलवार और गुरुवार को शुरू होने वाले पंचक को अग्नि पंचक कहते हैं. शुक्रवार को शुरू होने को चोर पंचक, शनिवार को शुरू होने वाले को मृत्यु पंचक और रविवार को रोग पंचक की शुरुआत होती है. इस बार पंचक गुरुवार को शुरू होने जा रहा है, इसलिए यह अग्नि पंचक होगा, जो अशुभ माना जाता है.

मई में कब है पंचक

 

किन चीजों की मनाही

1- ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि पंचक के दिनों में नए भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं करना चाहिए. साथ ही घर की छत की ढलाई भी नहीं करनी चाहिए.
2- पंचक के दिनों में शव को बिल्कुल भी ना जलाएं. ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और माना जाता है कि और पांच लोगों की मृत्यु हो सकती है.
3- पंचक के दिनों में नए खाट बिल्कुल नहीं बनवाना चाहिए. ऐसा करने से अशुभ प्रभाव दिखता है.
4- पंचक के दिनों में दक्षिण दिशा में भूलकर भी यात्रा न करें. ख़ासकर बेटी और बहू की विदाई नहीं करनी चाहिए. अनहोनी की संभावना ज्यादा रहती है.

बेहद खतरनाक है इस बार प्रभाव

पंचक, जो कि हिंदी पंचांग में एक महत्वपूर्ण घटना है, मई माह में अपना महत्वपूर्ण समय माना जाता है। यह अवधि अनुष्ठान, व्यापार, और नए परियोजनाओं के लिए अनुशासन और सावधानी का आह्वान करती है।इस बार का पंचक बेहद खतरनाक है, क्योंकि इसका प्रभाव अत्यधिक हो सकता है। आग लगने के खतरे के कारण, लोगों को अत्यधिक सावधान रहने की आवश्यकता है।

मई में कब है पंचक

 

आग लगने का रहेगा डर

पंचक के दौरान आग लगने के कारणों के बारे में लोगों के मन में डर है। यह एक सावधानी का संकेत है कि आग बचाव के उपायों को ध्यान में रखा जाए।पंचक के इस अवधि में, लोगों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्हें 5 दिनों में आग से बचने के उपायों के बारे में समय रहते जानकारी हासिल करनी चाहिए।

अपनाएं सुरक्षा के नियम सावधानी और ध्यान रखें

इस समय में, सुरक्षा के नियमों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। लोगों को आग से बचाव के लिए आवश्यक सुरक्षा के उपायों को अपनाना चाहिए।अंत में, पंचक के इस समय में सबसे महत्वपूर्ण है कि लोग सावधान और संवेदनशील रहें। उन्हें आग लगने के खतरों को समझना और उनसे बचाव के उपायों को अपनाना चाहिए।

 

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