Surya Dosh Upay :
Surya Dosh Upay : सनातन धर्म में प्रत्येक व्यक्ति की जनम् के बाद ही कुंडली बनवाई जाती है. कुंडली में भविष्य को लेकर कई संकेत दिए जाते हैं. इसके साथ ही ग्रहों के दोषों के बारे में भी जानकारी दी जाती है. आज सूर्य दोष के बारे में जानेंगे. हमारी कुंडली में कुछ ऐसे दोष होते हैं जो हमारे जीवन में कई तरह के बुरे प्रभाव डालते हैं. कुंडली में मौजूद दोष आपकी सेहत, रिलेशनशिप और पढ़ाई पर भी गहरा प्रभाव डाल सकते हैं. ऐसा ही एक दोष है सूर्य दोष.
मान-सम्मान
सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है. सूर्य से हमें समाज में मान-सम्मान मिलता है. सूर्य ही हमें पिता की संपत्ति दिलाता है, सूर्य के कारण ही आत्मसम्मान बढ़ता है. सूर्य व्यक्ति के जीवन की कई सारी चीजों को लाभकारी बनाता है. यही कारण है कि सूर्य का मजबूत होना जरूरी है.
कब लगता है सूर्य दोष
सूर्य दोष किसी भी व्यक्ति के जन्म के समय ही लग जाता है. सूर्य को कोई अस्त नहीं कर सकता है. राहु और केतु में सूर्य को अस्त करने की क्षमता होती है. सूर्य अगर 6, 8 या 12 के भाव में चला जाए या फिर नीच की राशि में हो, तो वह कमजोर हो जाता है. वहीं जब सूर्य किसी भाव में राहु के साथ हो तो सूर्य ग्रहण दोष लग जाता है. यह दोष पिता की ओर से आता है.
सूर्य दोष लगने के संकेत
अगर समाज में आपका मान-सम्मान कम हो रहा है. आप अपना आत्मविश्वास खो देते हैं. सूर्य दोष के कारण आपकी शादी में विलंब भी हो सकता है. नौकरीपेशा जातकों को अपने कार्यस्थल में अपमान झेलना पड़ सकता है. आपकी सेहत, पिता की सेहत या फिर पिता जैसे किसी व्यक्ति की सेहत खराब होना. सूर्य दोष गृह क्लेश, असफलता और मतभेद का कारण भी बन सकता है.
सूर्य दोष के प्रभाव को कम करने के उपाय
सूर्य हर राशि में 30 दिन तक रहता है और जब-जब राहु, केतु और शनि ग्रह के साथ वह फंसता है, तो जातक को जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. शास्त्रों में भी कहा गया है कि सूर्य को मजबूत रखने के लिए हर व्यक्ति को अपनी जीवनशैली में उसके उपाय करने चाहिए.
सुबह स्नान
पिता और गुरु इन दोनों का हमेशा सम्मान करें. रोज सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए. हर बुधवार को गणेश जी की उपासना करनी चाहिए. हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए और उनके चरणों का तिलक माथे पर लगाना चाहिए. आपको किसी निर्धन व्यक्ति को गुड़, गेहूं और तांबे का सामान क्षमता के अनुसार दान करना चाहिए. शादी में परेशानी आ रही है, तो आप आटे का हलवा बना कर किसी वृद्ध व्यक्ति को खिलाएं.
नौकरी-व्यापार में झेल रहे हैं परेशानी
नौकरी और व्यापार में चुनौतियों का सामना करना किसी भी व्यक्ति के लिए कठिन हो सकता है। समय-समय पर, यह चुनौतियाँ अपने मान-सम्मान और स्थिति को भी प्रभावित कर सकती हैं। इसके साथ ही, कुछ लोग यह सोचते हैं कि उनकी कुंडली में कुछ दोष हैं जो इन समस्याओं का कारण हो सकते हैं।
मान-सम्मान में भी आ रही कमी
अपनी स्थिति और मान-सम्मान की कमी के कारण व्यक्ति महसूस कर सकता हैं कि उनकी जिंदगी में कुछ अधूरा है। यह चुनौती सोचने को देती है कि क्या उनके द्वारा चुने गए पथ सही हैं या नहीं।
कुंडली में कहीं सूर्य दोष तो नहीं
कुछ लोग अपनी कुंडली में सूर्य दोष का अनुभव करते हैं, जिससे वे नौकरी और व्यापार में परेशानियों का सामना कर सकते हैं। सूर्य दोष को ठीक करने के लिए विभिन्न उपाय होते हैं जैसे कि मन्त्र, रत्न, और दान-पुण्य।
करें ये उपाय
ध्यान और प्रार्थना: ध्यान और प्रार्थना करना व्यक्ति को अपनी चुनौतियों के साथ सामर्थ्य प्रदान कर सकता है।
उच्चारण: विशेष मंत्रों का उच्चारण करना, जैसे कि सूर्य मंत्र, सूर्य की कृपा को आकर्षित कर सकता है।
रत्न धारण: सूर्य के रत्न माणिक्य का धारण करना भी सूर्य दोष को दूर करने में मदद कर सकता है।
कर्मकांड:दान-पुण्य करना और सामाजिक कार्यों में योगदान करना भी नौकरी और व्यापार में समृद्धि को बढ़ावा दे सकता है।
इन उपायों को अपनाकर, व्यक्ति अपनी जिंदगी में समृद्धि और संतुष्टि की ओर आगे बढ़ सकता है।